देशभक्ति कविता 1
आज से आजाद अपना देश फिर से, ध्यान बापू का प्रथम मैंने किया है। क्योंकि मुर्दों में उन्होंने भर दिया है, नव्य जीवन का नया उन्मेष फिर से। दासता की रात में जो खो गए थे, भूल अपना पंथ, अपने को गये थे। वे लगे पहचानने निज वेश फिर से, आज से आजाद अपना देश फिर से। वतन के दीवाने अब जाग उठे हैं, हर कोई अब अपने कर्तव्य पर अड़ा है। हम बनाएंगे अपना देश फिर से महान, क्योंकि दिलों में फिर से है जोश भरा।
देशभक्ति कविता 2
यूं तो एक चिंगारी मंगल पांडे ने सुनाई थी, यह अलग बात है उन्होंने सफलता नहीं पाई थी। पर हां, अन्याय के खिलाफ आवाज तो उठाई थी, झांसी की रानी भी रण क्षेत्र में उतर आई थी। माना दामोदर को इंसाफ नहीं दिला पाई थी, ना जाने कितने शहीदों ने जान अपनी गवाही थी। उनकी कुर्बानियों का हमको है मान, उनके बलिदान का हम रखेंगे ध्यान। आजादी की ये गाथा कभी ना मिटेगी, हर दिल में हमेशा ये देशभक्ति जगेगी। हम सभी मिलकर इसे आगे बढ़ाएंगे, अपने देश को सर्वोच्च स्थान दिलाएंगे।
देशभक्ति कविता 3
तुझको नमन मेरे वतन, फूल हम तू है चमन, तेरी रक्षा को करें गमन, तुझसे ही है यह तन मन। आंख जो कोई उठाए, आग दरिया में लगाएं, दुश्मन को दौड़कर भगाएं, तिरंगे को हमेशा फैलाएं। तेरी खातिर मर भी जाएं, जान पर अपनी खेल जाएं, तुझको नमन मेरे वतन, फुल हम तू है चमन। तेरे हर कण में बसी है मेरी जान, तेरी माटी में लिपटी है मेरी शान। वतन के लिए हर सांस समर्पित है, हमारा जीवन तुझसे ही अर्पित है। तुझसे ही पहचान है हमारी, तेरे बिना अधूरी है जिंदगी हमारी।
देशभक्ति कविता 4
आजादी हो गई है, बूढ़ी उम्र हो गई साठ, आज के बच्चे कैसे समझे देशभक्ति का पाठ। ना कोई बापू ना चाचा, ना इंकलाब का नारा, अब तो युवाओं को भाए एश, सुष्मिता, लारा। अंग्रेजों ने भारत छोड़ा, अब हम भारत छोड़े, डॉलर डॉलर रट लगाकर, अमेरिका को दौड़े। लेकिन दिल में आज भी वही जोश है, हमारे दिलों में बसी देशभक्ति की आग है। हम हर हाल में अपने वतन का मान बढ़ाएंगे, हर हाल में इसे सर्वोच्च स्थान दिलाएंगे। हमारी नई पीढ़ी भी समझेगी ये बात, देशभक्ति का पाठ पढ़ाएंगे हर रात।
देशभक्ति कविता 5
हम भारतवासी मिलकर इतिहास रचाएंगे, साथ ईद और होली को हम मनाएंगे। बहुत हुआ धर्म जातियों में बंट जाना, भाई भाई का आपस में ही कट जाना। अगर यही रहा तो गैर फायदा उठाएंगे, हमारी एकता को वो तोड़ नहीं पाएंगे। चलेंगे साथ तो धरा भी कांप जाएगी, हमारे दुश्मनों को नींद कहां आएगी। हम अपनी एकता से विश्व को हिलाएंगे, विश्व में तिरंगे का मान बढ़ाएंगे। हम सभी मिलकर ये वचन निभाएंगे, अपने देश को सर्वोच्च स्थान दिलाएंगे।
देशभक्ति कविता 6
होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब एक दिन, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, हम होंगे कामयाब एक दिन। हम चलेंगे साथ-साथ, डाल हाथों में हाथ, हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन, मन में है विश्वास पूरा है विश्वास, हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन। होगी शांति चारों ओर एक दिन, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, होगी शांति चारों और एक दिन। नहीं डर किसी का आज एक दिन, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास, नहीं डर किसी का आज एक दिन।
देशभक्ति कविता 7
वतन की मोहब्बत में दिल हमारा धड़कता है, देश के लिए हर धड़कन नर्म होती है। हम करेंगे हर संभव प्रयास, अपने वतन को बनाएंगे खास। मिलकर हम सब बढ़ेंगे आगे, हर मुश्किल का करेंगे सामना। हमारी एकता ही है हमारी ताकत, हम मिलकर बनाएंगे नया भारत। आओ मिलकर करें ये वादा, अपने वतन को बनाएंगे महान। हम सब मिलकर इसे संवारेंगे, अपने वतन का मान बढ़ाएंगे।
देशभक्ति कविता 8
देश की मिट्टी में बसी है जान हमारी, हर कण में छुपी है पहचान हमारी। हम हैं भारतीय, यही है हमारी शान, वतन के लिए हम देंगे जान। भारत मां का हर लाल है वीर, देशभक्ति का हर दिल में बसेगा पीर। हम लड़ेंगे हर मोर्चे पर डटकर, वतन के लिए जान देंगे हंसकर। हम मिलकर बनाएंगे नया भारत, हर मुश्किल को करेंगे पार। हमारी एकता ही है हमारी ताकत, हम मिलकर बनाएंगे भारत को महान।
देशभक्ति कविता 9
देशभक्ति का जोश दिल में है, हर मुश्किल का सामना हम करेंगे। हम हैं भारतीय, ये पहचान है हमारी, हम हर हाल में देशभक्ति निभाएंगे। हम मिलकर बनाएंगे नया इतिहास, हर कदम पर बढ़ेंगे साथ। हमारी एकता ही है हमारी ताकत, हम मिलकर बनाएंगे भारत को महान। हम हर हाल में अपने वतन का मान बढ़ाएंगे, हर हाल में इसे सर्वोच्च स्थान दिलाएंगे। हमारी नई पीढ़ी भी समझेगी ये बात, देशभक्ति का पाठ पढ़ाएंगे हर रात।
देशभक्ति कविता 10
वतन के लिए हर सांस समर्पित है, हमारा जीवन तुझसे ही अर्पित है। तुझसे ही पहचान है हमारी, तेरे बिना अधूरी है जिंदगी हमारी। हम हर हाल में अपने वतन का मान बढ़ाएंगे, हर हाल में इसे सर्वोच्च स्थान दिलाएंगे। हमारी नई पीढ़ी भी समझेगी ये बात, देशभक्ति का पाठ पढ़ाएंगे हर रात। तुझको नमन मेरे वतन, फूल हम तू है चमन, तेरी रक्षा को करें गमन, तुझसे ही है यह तन मन। तेरी खातिर मर भी जाएं, जान पर अपनी खेल जाएं, तुझको नमन मेरे वतन, फुल हम तू है चमन।
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“देश का मान” देश का मान, भारत की शान, वीर सपूतों का अरमान। तिरंगा है हमारी पहचान, हर दिल में देश का अभिमान। जय हिंद, जय भारत, यही है हमारा नारा।
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“वंदे मातरम्” वंदे मातरम् का नारा, हर दिल में बसता। तिरंगे की शान में, जीते हैं हम सभी। देश की रक्षा में, हर पल समर्पित रहें।
“भारत की गाथा” भारत की गाथा, वीरों की कहानी। शौर्य और बलिदान से, सजी हमारी धरती। तिरंगे की शान में, जीते हैं हम सभी। भारत माता की जय।
What a stuff of un-ambiguity and preserveness of valuable
know-how conxerning unexpected feelings.