पुराना देशभक्ति गीत 1
ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। तुम भूल न जाओ उनको, इसलिए सुनो ये कहानी। जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आज़ादी, जब तक थी जान लड़े वो, फिर अपनी लाश बिछा दी। संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली, जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली। थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। कोई सिख, कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मदरासी, सरहद पर मरने वाला, हर वीर था भारतवासी। जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिंदुस्तानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। थी खून से लथपथ काया, फिर भी बन्दूक उठाके, दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गये होश गँवा के। जब अन्त समय आया तो, कह गये कि अब मरते हैं, खुश रहना देश के प्यारो, अब हम तो सफर करते हैं। क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। तुम भूल न जाओ उनको, इसलिए सुनो ये कहानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी। जय हिंद, जय हिंद की सेना, जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद।
पुराना देशभक्ति गीत 2
वतन की राह में वतन के नौजवाँ शहीद हो, पुकारते हैं ये ज़मीं ओ आसमाँ शहीद हो। वतन की राह में वतन के नौजवाँ शहीद हो। ख़ुशी के ग़म में ढल के बदलते चिराग़ हैं, ख़ुशी के ग़म में ढल के बदलते चिराग़ हैं, वतन पे मरने वाले अमर कर दिये गये। वतन की राह में वतन के काम आ गये, जो शहीद हो गये जो शहीद हो गये। वतन की राह में वतन के काम आ गये। ये गर्दिशों की बादल सियाही छोड़ जायेंगे, ये गर्दिशों की बादल सियाही छोड़ जायेंगे, शहीद की चमकते सितारे छोड़ जायेंगे। वतन की राह में वतन के काम आ गये, जो शहीद हो गये जो शहीद हो गये। वतन की राह में वतन के काम आ गये। वतन की आबरू पे खि़लाफ़त को वार दो, वतन की आबरू पे खि़लाफ़त को वार दो, खु़दा का नाम लेकर ये झंडा उटाहार दो। वतन की राह में वतन के काम आ गये, जो शहीद हो गये जो शहीद हो गये। वतन की राह में वतन के काम आ गये। जो शहीद हो गये जो शहीद हो गये। वतन की राह में वतन के काम आ गये।
पुराना देशभक्ति गीत 3
मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। माय रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। पीले रंग में रंग के, शहीदों की टोली, जो भी चूला ये चोला, वो बन गया है बली। माय रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। हमसे वतन है, हम वतन से है प्यारे, अपनी सरज़मीन से, हम जान है वारे। माय रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला। मेरा रंग दे बसंती चोला, माय रंग दे बसंती चोला।
पुराना देशभक्ति गीत 4
नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद। नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद। नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद। नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद। नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ, बोलो मेरे संग जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद।
पुराना देशभक्ति गीत 5
दिल दिया है, जाँ भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए। दिल दिया है, जाँ भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए। दिल दिया है, जाँ भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए। दिल दिया है, जाँ भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए। दिल दिया है, जाँ भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए।
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गीत: ऐ मेरे वतन के लोगों
- गायक: लता मंगेशकर
- लेखक: कवि प्रदीप
- संगीतकार: सी. रामचंद्र
- फिल्म: यह गीत किसी फिल्म से नहीं है, लेकिन इसे 1963 में एक लाइव परफॉर्मेंस के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
- जानकारी: यह गीत 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद लिखा गया था और यह भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान की प्रशंसा करता है। लता मंगेशकर ने इसे दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में प्रस्तुत किया था, जिसे सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आँखों में आँसू आ गए थे।
गीत: कर चले हम फ़िदा
- गायक: मोहम्मद रफ़ी
- लेखक: कैफ़ी आज़मी
- संगीतकार: मदन मोहन
- फिल्म: हकीकत (1964)
- जानकारी: यह गीत 1962 के भारत-चीन युद्ध पर आधारित फिल्म “हकीकत” का हिस्सा है। कैफ़ी आज़मी के लिखे इस गीत में भारतीय सैनिकों के बलिदान और देशभक्ति की भावना को उजागर किया गया है। मोहम्मद रफ़ी की आवाज़ ने इस गीत को अमर बना दिया।
गीत: वन्दे मातरम्
- गायक: लता मंगेशकर
- लेखक: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
- संगीतकार: हेमंत कुमार
- फिल्म: आनंद मठ (1952)
- जानकारी: वन्दे मातरम् गीत बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास “आनंदमठ” से लिया गया है। यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रेरणा का स्रोत बना और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशनों में इसे गाया गया। हेमंत कुमार ने इसे संगीतबद्ध किया और लता मंगेशकर ने इसे अपनी आवाज़ से सजाया।
गीत: सारे जहाँ से अच्छा
- गायक: रफ़ी
- लेखक: मोहम्मद इक़बाल
- संगीतकार: पंडित रविशंकर
- फिल्म: कोई फिल्म नहीं
- जानकारी: “सारे जहाँ से अच्छा” एक प्रसिद्ध देशभक्ति गीत है जिसे मोहम्मद इक़बाल ने लिखा था। यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बहुत लोकप्रिय हुआ और आज भी विभिन्न अवसरों पर गाया जाता है। रफ़ी ने इसे अपनी आवाज़ दी और पंडित रविशंकर ने इसे संगीतबद्ध किया।
गीत: ये देश है वीर जवानों का
- गायक: मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे
- लेखक: शैलेन्द्र
- संगीतकार: शंकर-जयकिशन
- फिल्म: नया दौर (1957)
- जानकारी: यह गीत फिल्म “नया दौर” का हिस्सा है, जिसमें दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं। इस गीत में भारतीय जवानों की वीरता और उनके अदम्य साहस को बखूबी दर्शाया गया है। शैलेन्द्र के लिखे इस गीत को शंकर-जयकिशन ने संगीतबद्ध किया और मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे ने इसे अपनी आवाज़ दी।
गीत: दिल दिया है जान भी देंगे
- गायक: महेंद्र कपूर
- लेखक: प्रेम धवन
- संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी
- फिल्म: कर्मा (1986)
- जानकारी: यह गीत फिल्म “कर्मा” का हिस्सा है, जिसमें दिलीप कुमार, नूतन, नसीरुद्दीन शाह और जैकी श्रॉफ ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं। प्रेम धवन द्वारा लिखे गए इस गीत में देशभक्ति की भावना को उजागर किया गया है। महेंद्र कपूर की आवाज़ और कल्याणजी-आनंदजी का संगीत इस गीत को अमर बना देते हैं।